Friday, September 12, 2014

लड़की ही क्यों ?

पिछले दिनों एक खबर लगभग सभी समाचार पत्रों और टी वी चैनलों में दिखाई गयी खूब बढ़ा चढ़ा कर।  खबर यह थी कि कई हिंदी में काम करने वाली अभिनेत्री जिसने कई टी वी धारावाहिकों और मकड़ी, इकबाल जैसी फिल्मों में काम किया और दर्शकों की प्रशंसा तो पायी ही साथ में अभिनय के लिए उसे राष्ट्रीय पुरूस्कार भी मिला। २३ साल की यह युवती वैश्यावृति करते हुए पकड़ी गयी और साथ में उसके एक बहुत ही बड़ा व्यापारी भी था। ( सो कॉल्ड  हाई प्रोफाइल बिजनिस मैन ) 

मेरा सवाल बस इतना है कि इस सेक्स रैकेट में एक लड़की का ही नाम क्यों लिया तमाम समाचार पत्रों और चैनलों ने। क्या एक भी खोजी पत्रकार ऐसा नही है जो उस बिजनिस मैन का चेहरा तो दूर नाम भी नही बता सका । या सिर्फ श्वेता के नाम पर ही बेच दी सारी न्यूज़। कुछ तो शर्म आनी चाहिये मीडिया को क्योंकि जब भी कोई इस तरह के  सेक्स रैकेट का पर्दा फाश होता है तो सब जानते हैं कि कोई एक ही इससे नही जुड़ा होता। फिर आये दिन ऐसे सेक्स रैकेट पकड़े जाते रहे हैं लेकिन कभी भी किसी लड़की या महिला का चेहरा या नाम मीडिया में नही आता हैं तो ऐसे में इस हीरोइन को ही बलि का बकरा क्यों बनाया गया है 

वैसे सेक्स में तो एक महिला और पुरुष दोनों ही शामिल होते हैं तो एक के साथ इतना भेदभाव क्यों ? या इस न्यूज़ को बेचते - बेचते खुद भी बिक गये ?

No comments:

Post a Comment