"कभी झाड़ू कभी हाथ और कभी फूल
कभी भी नही झाड़ सकेगें
समस्याओं से जूझते लोगों के
रास्ते की धूल
खुद ही अपने मद में चूर
इन लोगों ने पहले कभी
जनता का भला किया है
जो इस चुनाव के बाद करेगें
अब जनता भी मूर्ख नही मज़ा
सबका लेगी लेकिन
करेगी अपने ही मन की."