Thursday, August 29, 2013

नाबालिग


बालिग़ - नाबालिग की  चर्चा आज  आम हो गयी है  जिसे देखो आज वही इस बहस में उलझा  है।  पहले बालिग़ - नाबालिग का जिक्र शादी - विवाह और वोट को लेकर होता था लेकिन आज ख़ास तौर पर इस  शब्द का प्रयोग अपराधियों  के लिए हो रहा है। उन्हें सजा से बचाने  के लिए कभी उनके वकील या  परिवारजन यह कर उसे सज़ा से बचाते हैं कि, "यह नाबालिग है, अभी तो यह  बच्चा है । "

क्या सच में जो अपराधी बलात्कार या हत्या जैसा गंभीर अपराध करते हैं उन्हें नाबालिग कह कर बचाना चाहिए।  जब वो एक लड़की के साथ ऐसा दुष्कर्म करते हैं तब उन्हें अपनी उम्र का पता नही होता कि अभी तो वो बच्चे हैं उन्हें ऐसा करना तो क्या सोचना भी नही चाहिए। 

अगर अपराधी को नाबालिग कह कर  यूं ही बचाते रहे जैसा कि दिल्ली में दिसंबर में हुए जघन्य बलात्कार काण्ड के बाद हो रहा है या मुंबई में जो पिछले दिनों हुआ जिसमें अपराधियों को नाबालिग कहा  जा रहा है।  

अगर नाबालिग होने से उनका अपराध कम हो जाता है तो भविष्य में कहीं ऐसा न हो की अपराधी अपनी जेब में अपना जन्म प्रमाण पत्र रख न चलने लगे और शिकायत करने पर वो उसे दिखा कर अपना बचाव करने लगे।  

Friday, August 2, 2013

दाऊद के कितने रूप ?


हिंदी फिल्म निर्माताओं का सबसे प्रिय विषय रहा है दाऊद. हमेशा से ही उस पर फ़िल्में बनती रही हैं और सफल भी होती रही हैं. ठीक है शुरु में कुछ निर्देशकों ने उस पर फिल्मे बनायी लेकिन अब तो लगभग हर दूसरा निर्देशक उस पर फ़िल्में बना रहा है और कितने ही कलाकारों ने अब तक परदे पर दाऊद के चरित्र को जी लिया. यहाँ तक कि पिछले दिनों प्रदर्शित हुई फिल्म डी – डे  में अभिनेता ऋषि कपूर ने भी दाऊद के किरदार को अभिनीत कर लिया.

फिल्म ‘डी – डे’ से पहले अनेकों फ़िल्में आयी जिनमें दाऊद के जीवन को विस्तार से दिखाया गया. कुछ फिल्मों में उसके और छोटा राजन दोनों के गिरोह के बीच क्या और कैसे हुआ दिखाया गया, इसके अलावा कुछ फिल्मों में मैच फिक्सिंग, सन १९९३ में हुए मुंबई बम ब्लास्ट, हाजी मस्तान और उसके शुरूआती जिन्दगी को करीब से दिखाया.      

क्या अंडर वर्ल्ड पर फ़िल्में बनाना फिल्म निर्देशकों का प्रिय विषय बन गया है? या अभिनेता भी उस चरित्र को अभिनीत करने में खुद को गौरान्वित समझते हैं ? खैर जो कुछ भी हो अब जितनी फ़िल्में दाऊद को लेकर बनी और सफल व चर्चित भी रही. जानते हैं उनके बारे में --- सन २००२ में निर्देशक राम गोपाल वर्मा की फिल्म “कंपनी” में अभिनेता अजय देवगन ने दाऊद का चरित्र अभिनीत किया. २००५ में रणदीप हुडा ने फिल्म “डी कंपनी” में दाऊद का किरदार किया. २००८ में आयी फिल्म ‘जन्नत’ में इमरान हाश्मी दाऊद बने.  इसके अलावा २०१० में  आयी फिल्म “वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई” में  इमरान हाश्मी ने दाऊद का किरदार किया, अगले महीने यानि अगस्त में रिलीज़ होने वाली फिल्म ““वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई अगेन” में अक्षय कुमार ने दाऊद का किरदार निभाया है.                   
इन फिल्मों के अलावा भी ब्लैक फ्राइडे, शूट आउट एट वडाला, आदि कई फिल्मों में
दाऊद के चरित्र को अलग - अलग अभिनेताओं ने निभाया है.
  
अब देखते हैं कि कितने सालों तक यही सिलसिला चलता है ? कितनी नई फिल्मे दाऊद पर बनती हैं और कितने अन्य अभिनेता उसके किरदार को अभिनीत करते हैं ?